जयपुर। शास्त्री नगर इलाके में स्थित पर्वतीय कॉलोनी से चरण मंदिर घूमने निकले दो सगे भाईयों में से आशीष का शव झाड़ियो में मिलने के बाद, पुलिस के लिए राहुल एक रहस्य बना हुआ है। वहीं पुलिस प्रशासन राहुल को तलाशने के लिए हर संभव प्रयास करने में जुटी है। पांच दिन में प्रशासन ने सात एजेंसियों की मदद ली। इसके अलावा ड्रोन कैमरों से भी अरावली की पहाड़ियों के चप्पेदृचप्पे की तलाशी ली गई। लेकिन पुलिस के हाथ कोई सफलता नही लगी। इसके अलावा पुलिस ने गुरुवार को हेलीकॉप्टर से भी नाहरगढ़ की अरावली पहाड़ियों को छान मारा।
ड्रोन कैमरों से भी राहुल की तलाश जारी
राहुल की तलाश में गठित सात एजेंसियों के अलावा ड्रोन कैमरों से भी नाहरगढ में स्थित अरावली पहाड़ियों के चप्पे-चप्पे की छानबीन की जा रही है। इसके अलावा पुलिस की टीम पहाड़ियों में बकरिया चराने वाले पशुपालकों से भी पूछताछ करने में जुटी है।
गौरतलब है कि एक सितंबर की सुबह चरण मंदिर घूमने निकले दो सगे भाई आशीष और राहुल नहारगढ़ की अरावली की पहाड़ियों में रास्ता भटक गए और एक दूसरे से बिछड़ गए। जिसके बाद आशीष का शव मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने बरामद कर परिजनों के सुपुर्दे कर दिया। लेकिन पांच दिन बीत जाने के बाद भी राहुल को कुछ पता नहीं चला।
दो सितंबर को थाने का घेराव और आगजनी के बाद शास्त्री नगर थाना पुलिस एक्शन मोड़ पर आई और आशीष व राहुल की तलाश के लिए टीम के साथ अरावली की पहाड़ियों में पहुंची । जहां पर मोबाइल लोकेशन के आधार पर आशीष का शव बरामद कर लिया। लेकिन राहुल पाराशर के लापता होने के बाद पुलिस ने एसडीएफ,एनडीआरएफ,सिविल डिफेंस,वन विभाग,स्पेशल ब्रांच डीएसटी,व सीएसटी टीम की मदद ली। लेकिन इन टीमों को भी जब कोई सफलता नहीं मिली तो पुलिस प्रशासन ने एसआईटी टीम का गठन किया और हेलीकॉप्टर की मदद से अरावली पहाड़ियों को एक घंटे में पूरा छान मारा। लेकिन फिर भी कोई सफलता पुलिस के हाथ नहीं लगी।