जयपुर। देशभर के आर्टिस्ट्स ने दो दिनों तक बिड़ला मंदिर के प्रांगण में अपने जिस आराध्य प्रभु श्री राम का चित्रण किया, उसे रविवार को जवाहर कला केंद्र में भाव विभोर भक्तों और कला प्रेमियों ने निहारा। आराध्य को रंगो के माध्यम से कलाकारों ने जिस भाव से कैनवास पर उकेरा, वहीं भाव दर्शकों की आंखों में नजर आया। यज्ञ फाउंडेशन, मैत्रेय संस्थान और आर्ट फिएस्टा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम “जनमानस के राम” में बने लाइव पेंटिंग्स को जवाहर कला केंद्र की सुरेख आर्ट गैलरी में एक्जीबिट किया गया।
कार्यक्रम संरक्षक गोविंद पारीक और आयोजक आचार्या हिमानी शास्त्री ने बताया कि भव्य समारोह में देशभर से आए 25 आर्टिस्ट्स को उनकी बेहतरीन कला के लिए प्रमुख शासन सचिव कला एवं संस्कृति गायत्री राठौड़ ने सम्मानित किया और गलता पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य ने स्मृति चिन्ह, प्रदान किए। प्रदेश के शिक्षा सचिव नवीन जैन व सूचना एवं जनसंपर्क सचिव डॉ. समित शर्मा ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सालासर मंदिर के मिठू पुजारी ने कलाकारों को प्रसाद प्रदान कर हौसला अफजाई की।
आर्ट गैलरी हुई राममय
आर्ट फिएस्टा के रमाकांत खंडेलवाल, संयोजक गौरव गुर्जर और राजेश सैनी ने बताया कि मुंबई के आर्टिस्ट विजय वर्मा ने राम का ध्यान करते “राममय हनुमान” को वाइब्रेंट कलरों के माध्यम से अभिव्यक्त किया। पेंटिंग में राम भक्त हनुमान ध्यान में मगन है और संपूर्ण ब्रह्मांड में राम की ध्वनि गूंज रही है। कलाकारों ने बालक राम से लेकर रामायण काल तक के स्वरूपों को कूंची से अभिव्यक्त किया। इस कड़ी में नीलू कांवरिया ने बालक राम के विग्रह में अपने आस्था व भाव को दर्शाया। बिहार स्थित दरभंगा के संतोष साहनी ने कैनवास पर मिथिला व अयोध्या के संबंधों को अभिव्यक्त किया। गौरतलब है कि मिथिला प्रदेश भगवान राम का ससुराल है।
इन कलाकारों का हुआ सम्मान
देशभर से आए 25 आर्टिस्ट्स के बेहतरीन कला को सम्मानित भी किया गया। इसमें पश्चिम बंगाल के सीनियर आर्टिस्ट मनोज दास, सन्त कुमार विश्नोई, शशिकांत झा, दीपेन जोशी, महेश राज, सुनील कुमार जांगिड़, विजय वर्मा, विवेक प्रकाश उतरेजा, दीपाली शर्मा, शानू गुप्ता, खुश नारायण जांगिड़, अमित कुमार अंशु, छवि शर्मा, पवन टांक, रेखा अग्रवाल, संदीप रावल, रमाकांत खंडेलवाल, वीरेन बन्नू, श्याम सुंदर शर्मा, डॉ. संजीव नामा, कलावत के एल, सन्तोष साहनी, रजनी किरण झा, दुर्गेश अटल और सुधा घेवरिया सम्मानित किया गया।