जयपुर। सांगानेर सदर थाना इलाके में घर से लापता हुई बेटी की तलाश में जोधपुर से जयपुर आए पिता ने एक युवक का अपहरण कर लिया और जबरन घर में घुसकर तलाशी ली। पिता को गुमशुदी बेटी नहीं मिली तो उसका पारा ओर चढ़ गया और युवक के परिजनों को धमकी दे डाली अगर लड़की नहीं मिली तो इसकों जिंदा जला देंगे। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर युवक को अपहरणकर्ता से मुक्त करवाते हुए आरोपी पिता सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
थानाधिकारी पूनम चौधरी ने बताया कि 31 मई को बिलाड़ा जोधपुर निवासी नेमीचंद मेघवाल की बेटी लापता हो गई थी। काफी तलाश के बाद जब बेटी ने मिली तो नेमीचंद को पता चला की उसकी बेटी को सांगानेर सदर के सायपुरा मे रहने वाला लड़का सतीश मेघवाल लड़की को ले गया है। नेमीचंद अपने रिश्तेदारों के साथ बेटी की तलाश में जयपुर आ गया । मंगलवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे नेमीचंद अपने रिश्तेदारों के साथ सतीश के घर में जबरन घुसा और तलाशी लेने लगा।
सतीश के बड़े भाई स्वतंत्र और उसकी भाभी ,बहन ने इस बात का विरोध किया तो नेमीचंद आवेश में आ गया और सतीश व स्वतंत्र से मारपीट शुरु कर दी। नेमीचंद अपने रिश्तेदार व भाई की मदद से सतीश की भाभी का मोबाइल फोन व स्वतंत्र को जबरन कार में डालकर ले गए। नेमीचंद ने स्वतंत्र के परिजनों को धमकी दी अगर लड़की नहीं मिली तो इससे जिंदा जला देगे।
डीसीपी साउथ दिगंत आनंद ने बताया कि अपहरण के मामले में आरोपी नेमीचंद मेघवाल (44) ,उसके भाई विनोद कुमार (35) , सुमित मेघवाल (45) , व शेखर चंद (25) , बिलाड़ा निवासी जोधपुर को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों को उनके मोबाइल लोकेशन के आधार पर दूदू में स्थित एक होटल से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से स्वतंत्र को मुक्त करवाते हुए अपहरण के काम में ली गई कार व दो मोबाइल फोन बरामद किए है।
बहन ने दी कंट्रोल रुम में सूचना
स्वतंत्र के अपहरण होने के तुरंत बाद उसकी बहन सुमन ने कंट्रोल रुम व सांगानेर सदर थाने में इसकी सूचना दी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत टीमें रवाना की । पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर महज 2 घंटे में कार्रवाई कर दूदू के पास एक होटल से पीड़ित स्वतंत्र को मुक्त करवाते हुए चारों आरोपियों को दबोच लिया।