जयपुर। चौमूं थाना पुलिस ने सड़क किनारे युवती का शव मिलने के मामले का खुलासा कर हत्या के मामले में युवती और उसके साथी को अरेस्ट किया है। आरोपी मृतका के देहव्यापार छोड़ने से नाराज थे। इसी वजह से युवती को मौत के घाट उतार कर शव को सड़क पर फेंक दिया। मृतका के देहव्यापार छोड़ने से आरोपियों को आर्थिक नुकसान हो रहा था। महिला का शव 12 अक्टूबर को आरटीओ कार्यालय के पास सर्विस रोड मिला था। आरोपियों ने घटना से 20 दिन पहले उसे मौत के घाट उतारने की योजना बनाई थी।
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि आरोपियों ने तकिए से मुहं दबाकर पहले युवती की हत्या की और फिर शव को कार में डालकर उसे सुनसान स्थान पर फेंक दिया। इस मामले में देहव्यापार के दलाल और उसकी महिला साथी को अरेस्ट किया है। 12 अक्टूबर को आरटीओ ऑफिस के पास सर्विस रोड के किनारे खाली जगह में एक 25 वर्षीय युवती का शव मिला। उसने जिंस पेंट और पीले रंग की शर्ट पहन रखी थी उसकी जीभ बाहर निकली हुई थी। मतृका के गले में जय श्री श्याम का लॉकेट पहना हुआ था एवं उसके चेहरे पर चन्दन से राधे-राधे लिखा हुआ था।
जिस पर आसपास के ऐसे तीर्थ स्थलों एवं मंदिरों का चयन किया गया जहां पर इस तरह राधे-राधे लिखा जाता है। गठित टीम को इस संबध में अच्छे से ब्रीफ किया जाकर अलग-अलग टास्क दिए गए। क्योंकि गले में खाटू श्याम का लॉकेट था इसलिए एक विशेष टीम को खाटू मंदिर परिसर के आसपास के कैमरे देखने के लिए भेज दिया। चार दिन की मेहनत से टीम द्वारा मृतका के फुटेज प्राप्त किया गए। मृतका करनाल की रहने वाली थी।
आरोपी द्वारा घटना में प्रयुक्त कार का विवरण प्राप्त कर तकनीकी सहयोग से आरोपी की पहचान की गई। आरोपी दलाल जयवीर सिंह उर्फ जगपाल सिंह पुत्र फकीर चन्द उर्फ काशीराम निवासी पिपली करनाल हरियाणा व उसके सहयोगी महिला प्रियंका उर्फ कंचन निवासी बेतुल मध्यप्रदेष जो वर्तमान में आरोपी के साथ पिपली करनाल को दस्तयाब कर बाद पूछताछ कर गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि वह खुद प्रियंका उर्फ कंचन और सीमा (बदला हुआ नाम) निवासी करनाल से देह व्यापार करवाता था। मृतका को इस व्यापार से परेशान रहती थी। वह इस काम को छोड़ना चाहती थी। इसके लिए उसने बार-बार जयवीर सिंह उर्फ जगपाल सिंह और प्रियंका उर्फ कंचन को कहा था। व्यापार छोड़ने पर उसके द्वारा उनके इस काम का पता किसी अन्य को बता दिया जाएगा इससे उसकी बदनामी होगी और उसके द्वारा पुलिस को बताने का डर भी उनको सताने लगा।
इस पर जयवीर सिंह उर्फ जगपाल सिंह पुत्र फकीर चन्द उर्फ काशीराम व उसके साथी महिला प्रियंका उर्फ कंचन ने 20 दिन पूर्व सीमा को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। दोनों ने ऐसे स्थान का चयन किया जिस पर मृतका की पहचान ना हो सके और पहचान न होने पर वह आसानी से इस अपराध से बच सकें। योजना के अंतर्गत दोनों आरोपी मृतका को लेकर खाटू श्याम दर्शन के लिए 11 तारीख को मंदिर पहुंचे।
दर्शन करने के बाद गाड़ी से इधर-उधर घूमते रहे और अंधेरे होने का इंतजार किया। शाम को अंधेरा होने के बाद होटल पर खाना खाया जिसमें आरोपियों द्वारा मृतका को खाने में नींद की गोली दे दी गई। इसके बाद वह गाड़ी से रवाना होकर आगे आए जहां गाड़ी में सीमा को नींद आने लगी। इस पर दोनों आरोपियों द्वारा गाड़ी में ही तकिया द्वारा सीमा का मुंह दबाकर हत्या कर दी गई।