जयपुर। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली (एनएसडी) की ओर से आयोजित होने वाले भारत रंग महोत्सव (भारंगम) की शुरुआत हो चुकी है। 28 जनवरी से 16 फरवरी को दुनियाभर के 13 सेंटर्स पर रंगमंच से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन इस दौरान किया जाएगा। इस फेस्ट में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के 200 से अधिक नाटकों का मंचन होगा। पहली बार यह फेस्टिवल भारत से बाहर नेपाल और श्रीलंका भी जा रहा है। इस अंतरराष्ट्रीय फेस्ट के अंतर्गत राजस्थान के युवा नाट्य निर्देशक देशराज गुर्जर निर्देशित नाटक ‘गोरधन के जूते’ का भी मंचन गोरखपुर में किया जाएगा। ‘गोरधन के जूते’ इन दिनों रंगमंच प्रेमियों की पहली पसंद बना हुआ है।
जवाहर कला केन्द्र (जेकेके) की युवा नाट्य निर्देशक अनुदान योजना 2023-24 के अंतर्गत देशराज गुर्जर का चयन किया गया था। यह योजना रंगकर्म के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवा नाट्य निर्देशकों को प्रोत्साहित करने हेतु संचालित की जाती है। देशराज गुर्जर ने ढूंढाढी भाषा में ‘गोरधन के जूते’ नाटक तैयार किया। जेकेके के युवा नाट्य समारोह, नटराज महोत्सव, उदयपुर युवा नाट्य समारोह, जयरंगम, रसधारा नाट्य उत्सव,भीलवाड़ा के बाद भारंगम में इस नाटक का मंचन होने जा रहा है। 3 से 7 फरवरी को गोरखपुर में भारंगम की कड़ी आयोजित होगी जिसका समापन ‘गोरधन के जूते’ के साथ होगा।
जवाहर कला केन्द्र की अतिरिक्त महानिदेशक श्रीमती अलका मीणा ने कहा जेकेके की युवा नाट्य निर्देशक अनुदान योजना युवा रंगकर्मियों को प्रोत्साहित करने को संचालित की जाती रही है। देशराज गुर्जर के नाटक का चयन भारंगम में होने पर उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं। केन्द्र सदैव युवा कलाकारों को मंच प्रदान करने के लिए प्रयासरत रहेगा।