जयपुर। जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल का दूसरा संस्करण 2025 में 5 से 7 दिसंबर तक जयगढ़ फोर्ट में आयोजित किया जाएगा। इसकी घोषणा आज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में जयपुर के हिज हाइनेस महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह और टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक, संजॉय के. रॉय ने की।
इस अवसर पर जयपुर के हिज हाइनेस महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह ने अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “मैं जेएलएफ में जिज्ञासु लोगों के बीच आकर उत्साहित हूं। जयगढ़ सिर्फ़ एक ऐतिहासिक स्मारक नहीं है; इसने सदियों से हमारे लोगों की रक्षा की है। एक संग्रहालय होने के अतिरिक्त, इसमें राज्य के लिए एक सांस्कृतिक केंद्र बनने की क्षमता भी है। यह विचार पिछले वर्ष तब सामने आया जब हमने फेस्टिवल का आयोजन किया था और अब हम पूरे भारत के कलाकारों, लोक कलाकारों और सांस्कृतिक प्रेमी लोगों का एक समुदाय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
संजॉय के. रॉय ने ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि जयगढ़ फोर्ट न केवल अतीत की धरोहर है, बल्कि नवाचार का प्रतीक भी है, जहां दुनिया की सबसे बड़ी पहिए वाली तोप रखी है। उन्होंने आगंतुकों से फोर्ट को एक्सप्लोर करने और इसकी ऐतिहासिक भव्यता में पूरी तरह से खो जाने का आग्रह किया।
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की प्रेसिडेंट एवं बिजनेस स्ट्रैटजी, वेदांता लिमिटेड रितु झिंगोन ने कहा, “वेदांता जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल का हिस्सा बनकर प्रसन्न है। यह एक ऐसी पहल है जो राजस्थान की गौरवशाली धरोहर का जश्न मनाने के लिए पर्यटन, विरासत और संस्कृति को एक साथ लाती है। वेदांता में हम न केवल अपने काम को प्रदर्शित करने में विश्वास रखते हैं, बल्कि राजस्थान के निर्माण में राज परिवार की कहानी भी शामिल करना चाहते हैं।”
कार्यक्रम में एक ऑडियो-विज़ुअल प्रजेंटेशन के माध्यम से पहले संस्करण की सफलता को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया, जिसमें जयगढ़ में प्रदर्शित विभिन्न सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों की झलकियां दिखाई गईं।