जयपुर। जयपुर में पुलिस थाना झोटवाडा की गैर कानूनी कार्रवाई से एक 77 वर्षीय वृद्ध का परिवार सडक़ पर आ गया है। कोर्ट में मामला विचाराधीन होने के बावजूद भी बाहूबलियों ने पुलिस की मिलीभगत से न सिर्फ गैर कानूनी तरीके से वर्षों से रह रहे पीड़ित के मकान को ध्वस्त कर दिया बल्कि बच्चों व महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार भी किया।
यही नहीं मकान में रखे गृहस्थी के समस्त सामान को भी नष्ट कर दिया। यही नहीं पुलिस के बल पर इन बाहूबलियों ने स्टे होने के बावजूद कानून का मजाक उड़ाते हुए रात में ही मलबे को मौके से हटवा लिया तथा नष्ट हुए सामान को पास की खाली जमीन पर फिकवा दिया। इस संबंध में पीड़ित परिवार ने मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने और मकान का कब्जा पुनः दिलवाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी व डीजीपी को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
मामले की जानकारी देते हुए पीडित पक्ष की पीड़िता ने बताया कि पडौस में रहने वाले दूसरे पक्ष ने गैरकानूनी तरीके से बरसों से रह रहे परिवार 77 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति के मकान को अवैध व अनैतिक प्रकार से ध्वस्त कर कब्जा किये जाने की शिकायत तथा प्रकरण में सीएमओ से प्रेशर बताकर अवैध कारवाई करवाने की शिकायत की गई है। पीड़ित पक्ष ने इस गैर कानूनी कार्रवाई के खिलाफ लोगो के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही कर न्याय दिलवाने तथा जान-माल की सुरक्षा की मांग की है।
पीडिता ने बताया कि उनका परिवार कालवाड रोड झोटवाड़ा, जयपुर में 50 वर्षों से निवास कर रहा है। जिसमें पुख्ता निर्माण जिसमें दो कमरे व एक बडा हॉल बना हुआ था तथा अन्य टीनशेड नुमा निर्माण था। पड़ोसी द्वारा भूमि को अपना प्लाट बता कर कब्जा करने का लगातार प्रयास किया जा रहा था। नगर निगम के द्वारा इसी साल मौका रिपोर्ट करवाई गई थी जिसमें निगम कर्मियों ने उनके परिवार के पजेशन को वैध बताया था साथ ही मौके के फोटोग्राफ व साक्ष्य साक्ष्य रिकॉर्ड पर लिए थे।