जयपुर। राजस्थान प्रदेश के पास सोलर एनर्जी की अपार संभावनाएं हैं, सोलर पावर के लिए आवष्यक सूरज और जमीन यहां पर्याप्त उपलब्धता है। ये कहना है फादर ऑफ इंडियन सोलर एनर्जी दीपक गादिया का। वे गुरुवार को पोद्दार ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स और फेडरेशन ऑफ यूनिकॉर्न स्टार्टअप एंड इंडस्ट्री के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय महाफेस्ट ‘इनोफेस्ट‘ के पहले दिन लाइफ चेंजिंग स्पीच ‘आत्मनिर्भर इनसाइट्स‘ में एक्सपर्ट के रूप में संबोधित कर रहे थे। पहले दिन विभिन्न सत्रों में आत्मनिर्भर इनसाइट्स, व्यापार विमर्श, शार्क टैंक हाउस समेत अन्य कार्यक्रमों में पैनल और सिग्नेचर टॉक का आयोजन किया गया।
आयोजन में पहले दिन फादर ऑफ इंडियन सोलर एनर्जी दीपक गादिया, यू-ट्यूबर रजत अरोडा, एमएसएमई बिजनेस फोरम इंडिया निदेशक रवि नंदन सिन्हा समेत बडी संख्या में अपने क्षेत्र की जानी मानी हस्तियां रूबरू हुए और अपने क्षेत्र के विभिन्न आयामों एवं नवाचारों से श्रोताओं को रूबरू करवाया। कार्यक्रम की ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी सरगम पोद्दार ने बताया कि तीन दिन तक पूरे देश से विभिन्न क्षेत्रो के एक्सपर्ट शिरकत कर रहे हैं। पोद्दार ग्रुप के चेयरमेन डॉ. आनंद पोद्दार ने बताया कि इस महाफेस्ट में रोजगार के अवसर बढ़ाने, स्टार्टअप को प्रोत्साहन देने के साथ ही बड़े इन्वेस्टमेंट इस आयोजन के जरिए हो रहे है , प्रदेश में राइजिंग राजस्थान से पूर्व यह आयोजन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इंतजार नहीं, शुरुआत कीजिए
दीपक गादिया ने कहा कि किसी भी प्रोजेक्ट को शुरूआत करने का इंतजार नहीं, शुरुआत कीजिए। उन्होंने सोलर एनर्जी को गांव-गांव तक पहुंचाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हीट को कूलिंग में उपयोग लेने के प्लांट स्थापित करने होंगे। डॉ. आनंद पोद्दार ने कहा कि प्रदेश में सोलर एनर्जी सिस्टम को बेहतर करने के लिए संयुक्त रूप से गादिया के मार्गदर्शन में काम किया जाएगा।
एमएसएमई के लिए इकोसिस्टम जरूरी
रविचंद्रन सिन्हा ने कहा कि पूरे देश में 7 करोड़ एमएसएमई है जो कि आर्थिक व वैश्विक प्रगति में विशेष स्थान रखते हैं। उन्होंने एमएसएमई के लिए इको सिस्टम को बेहतर रूप से विकसित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने एमएसएमई के जरिये विकास के लिए अवेयरनेस की आवश्यकता बताई। यूट्यूब रजत अरोडा ने सही समय पर सही कंटेंट डालने की बात कही।