जयपुर । राज्य सरकार ने सोमवार को सावन महीने के अंतिम सोमवार के मद्देनजर प्रदेश के सभी जिलों में शिव मंदिरों पर कानून व्यवस्था को लेकर सभी एहतियाती कदम उठाते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरतते के निर्देश जारी किए गए हैं। राज्य सरकार के निर्देशों की पालना में पुलिस मुख्यालय ने अंतिम सोमवार को शिवालयों पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करने के लिए सभी पुलिस रेंज, जयपुर और जोधपुर के पुलिस आयुक्त तथा जिला पुलिस अधीक्षकों को कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया है। पूरे प्रदेश में पुलिस प्रशासन को जलाभिषेक के लिए शिवालय जाने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह मुस्तैदी बरतने को कहा गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशासन,कानून एवं व्यवस्था विशाल बंसल ने बताया कि प्रदेश में पुलिस प्रशासन की ओर से हर संदिग्ध व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। मंदिरों के आसपास सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। कांवड़ वाले रास्तों पर पुलिस की विशेष निगरानी रहेगी। साथ ही मंदिरो में सुरक्षा संबंधित कमी को दूर किया गया है। कांवड़ यात्रा और सोमवार को शिवालयों पर होने वाले जलाभिषेक पर भीड़ को कंट्रोल करने और मंदिरों पर शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी कर ली गई है।
एडीजी बंसल ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर सावन महीने के अंतिम सोमवार पर कानून व्यवस्था एवं सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए एहतियाती सुरक्षा उपायों के संबंध में रविवार को सभी जिला पुलिस अधीक्षकों एवं रेंज आईजी को निर्देश जारी किए गये है।
कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ यात्रा मार्ग पर समुचित व्यवस्था, बैरीकेटिंग, यातायात एवं अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है, ताकि कांवड़ यात्रा निर्णध रूप से संपन्न हो सके। निर्बाध यातायात व्यवस्था, कानून व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस जाब्ता नियोजित किया गया है।
बंसल ने बताया कि मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में स्थित शिव मंदिरों और धार्मिक स्थलों के आसपास अतिरिक्त सतर्कता बरत कर सुरक्षा के लिए जाब्ता लगाया गया है। संवेदनशील एवं धार्मिक स्थानों से गुजरने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान भी पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं। स्थानीय स्तर पर आसूचना तंत्र को सक्रिय कर अपने-अपने क्षेत्र में सूचनाए संकलित कर सामाजिक तत्वों पर निगरानी रखी जा रही है।
सोशल मीडिया की गतिविधियों पर भी पुलिस लगातार नजर बनाए हुए हैं। भ्रामक तथ्यों व अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध नियमानुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी।