जयपुर। सावन के तीसरे सोमवार पर भोले के भक्तों पर भगवान की असीम कृपा रही और दिन भर रुक रुक कर भोले नाथ अपने भक्तों पर राहत की के रूप में बरसात करते नजर आए। तीसरे सोमवार को भोले के भक्त अल सुबह तीर्थं नगरी गलता जी से कावड़ यात्रा लेकर रवाना हुए। कावड़ यात्रा के साथ शहर भर के विभिन्न् शिवालयों में भोलेनाथ का विशेष अभिषेक किया गया। जिसके चलते शिवालयों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ नजर आई। मंदिर प्रशासन ने पुलिस कर्मियों की सहायता से भक्तों को कतार में भोले के दर्शन करवाए।
झारखंड महादेव मंदिर
क्वींस रोड स्थित झारखंड महादेव मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को भक्तों का तांता लगा रहा। भोले बाबा के भक्तों ने बाबा का पहले अभिषेक करने के चक्कर में अल सुबह ही मंदिर के लिए दौड़ लगा दी और सुबह साढ़े 4 बजे से ही लंबी कतार में लग कर अपने नम्बर आने का इंतजार करने लगे। सोमवार को भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने मंदिर प्रशासन की मदद से भीड़ पर काबु पाने के लिए महिलाओं व पुरुषों की अलग-अलग कतार लगवाई और कतार में लग कर भक्तों ने बाबा का दूध,दही,बूरा,शहद,घी,गंगाजल,पानी बिल्व पत्र, गन्ने के रस से अभिषेक किया।
चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर
चौड़ा रास्ता के ताड़केश्वर महादेव मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को भोले बाबा के सबसे पहले जल अभिषेक करने की होंड में अल सुबह से ही मंदिर में भक्तों की भीड़ जमा हो गई। यहां भी मंदिर प्रशासन ने रस्सी की सहायता से दो पंक्तियों बनाई, जिसमें लग कर श्रद्धालुओं ने श्रद्धालुओं ने दूध, दही, बूरा, शहद, घी,गंगाजल,बिल्व पत्र और गन्ने के रस से भोले बाबा का अभिषेक किया । जिसके पश्चात देर शाम मंदिर परिसर में भोले नाथ का अलौकिक श्रृंगार कर झांकी सजाई। देर शाम श्रद्धालुओं ने समूह में बाबा की महाआरती की और भोले बाबा के समक्ष फूल बंगला झांकी सजाई।
आमेर रोड काला महादेव मंदिर
आमेर रोड स्थित गोविंद देवजी मंदिर के काला महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों ने सावन के तीसरे सोमवार को भोले नाथ की आराधना की। इसी के साथ भोले के भक्तों ने दूध, दही, बूरा, शहद, घी, गंगाजल, नारियल पानी, शरबत, बिल्व रस से अभिषेक कर रोली, मोली, चावल, बिल्व पत्र और धतूरे से पूजा की। ब्रह्म मुहूर्ते में काला महोदव मंदिर में भक्तों का तांता लग गया। जिसके चलते मंदिर प्रशासन ने भक्तों को दो अलग अलग पंक्तियों में भोले नाथ की पूजा संपन्न करवाई ।
इसके अलावा झोटवाड़ा रोड के चमत्कारेश्वर, बनीपार्क के जंगलेश्वर, रामगंज के ओंडा महादेव, आमेर के भूतेश्वर, कूकस के सदाशिव ज्योर्तिलिंगेश्वर सहित अनेक शिव मंदिरों में भी श्रावण के तीसरे सोमवार को भोले के भक्तों ने गलता तीर्थं के पवित्र जल से बाबा का जल अभिषेक कर विधि दृविधान से पूजा अर्चना की। सिटी पैलेस स्थित राजराजेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ का जल अभिषेक कर विधि दृविधान से पूजा अर्चना की और बाबा के दर्शन कर सुख समृद्धि की कामना की।
गलताजी में उमड़ें श्रद्धालु
उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ गलताजी में भी श्रावण माह की शिवरात्रि को हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ें। गलता परिसर के विभिन्न प्राचीन शिवालयों में भक्ति भाव से पूजा-अर्चना की। यहां दिन भर यज्ञ, अनुष्ठान, सहस्त्रघट अभिषेक सहित अन्य धार्मिक आयोजन हुए।
कावड़ यात्रा को लेकर पुलिस रहीं चौकन्ना
सावन के तीसरे सोमवार को तीर्थं नगर गलता से निकलने वाली कावड़ यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन काफी चौकन्ना रहा । हल्की दृहल्की फुहोरो के बीच पुलिसकर्मी रेन कोट और छातों के बीच कावड़ यात्रा के साथ चलते नजर आए। कावड़ियों को बरसात और यातायात में जाम का सामना नहीं करना पड़े,इसके लिए पुलिकर्मियों ने शहर की चार दीवारी में मोर्चा संभाला।
इसी के साथ अलग-अलग इलाकों में स्थित मंदिर में भी पुलिस कर्मी मंदिरों के बाहर वाहनों को कतार में लगाते हुए नजर आए।
श्री गलता तीर्थं से अमरपुर धाम तक 108 भक्तों ने निकाली विशाल कावड़ यात्रा
सावन के तीसरे सोमवार के उपलक्ष्य पर एमआई रोड स्थित अमरापुर दरबार के 108 भक्तजन तीर्थं नगरी गलता से अल सुबह कावड़ लेकर रवाना हुए। इस विशाल कावड़ यात्रा में भक्तगण डीजे की धून पर बोल कावड़िया कहां चले जैसे भजनों पर नाचते गाते हुए अमरापुर दरबार के लिए रवाना हुए। विशाल कावड़ यात्रा रवाना होने से पहले भक्तों ने अल सुबह 4 बजे गलता तीर्थं में भगवान भोलेनाथ और पार्वती की पूजा अर्चना कर आरती की। जिसके पश्चात कावड़ यात्रा रवाना हुई। जिसके पश्चात सुबह 7 बजे नाचते दृगाते हुए कावड़ यात्रा अमरापुर दरबार पहुंची,जहां पर कावड़ियों ने अमरापुर दरबार में स्थित अमरापुरेश्वर महादेव मंदिर में भोले बाबा का जल अभिषेक कर पूजा-अर्चना की।
संकीर्तन करते हुए चली कावड़ यात्रा
तीर्थं नगरी गलता में भोलेनाथ का जल अभिषेक करने के बाद सभी भक्त भोले बाबा के जयकारे लगाते हुए बोल बम,बोल बम,बोल कावड़िया कहां चले,श्री अमरापुर दरबार चले । चल कावड़िया,चल कावड़िया,चल कावड़िया चल कावड़ उठा। ओम नम शिवाय आदि संकीर्तन करते हुए यात्रा में शामिल हुए। इस कावड़ यात्रा में 108 भक्त प्रेमियों ने भोले बाबा की पूजा-अर्चना के बाद संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया।