जयपुर। लाल जोड़े में सजी धजी युवतियां और सेहरा सजाए युवक। साथ ही विशाल पांडाल और उसमें गूंजते विवाह के मंत्र। मौका था आयोजित जयपुर जिला माली की (सैनी) समाज का 31वां सामूहिक विवाह सम्मेलन का। जयपुर जिला माली (सैनी) समाज संस्था (रजिं) का 31वां सामूहिक विवाह सम्मेलन में तीस जोड़े बंधे परिणय-सूत्र में बंधे। इस सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन महात्मा ज्योतिबा फुले बहु उपयोगी भवन सायपुरा सांगानेर जयपुर में हुआ।
जयपुर जिला माली सैनी समाज संस्था के अध्यक्ष रोशन सैनी ने बताया कि बसंत पंचमी के अबूझ सावे पर जयपुर जिला माली सैनी समाज संस्था की ओर से आयोजित 31वें सामुहिक विवाह सम्मेलनं में तीस जोड़े परिणय सूत्र में बंधे है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बांदीकुई विधायक भागचंद सैनी टाकड़ा व विशिष्ट अतिथि भाजपा प्रवक्ता अशोक जी सैनी भादरा रहे।
अध्यक्ष रोशन सैनी ने बताया संपूर्ण भोजन व्यवस्था माली सैनी समाज सांगानेर की ओर से की गई। इसके अलावा आचार्य विद्वानों द्वारा विधि-विधान से फेरों की रस्म पूरी की गई। संस्था की ओर से भामाशाहों व समाज बंधुओ का सफल आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया।
जयपुर जिला माली (सैनी) समाज संस्था के मुख्य संरक्षक ओम राजोरिया ने इस दौरान कहा है कि संस्था की ओर से किए जा रहे सामुहिक विवाह में पढ़े लिखे युवक युवतियों ने भी उत्साह दिखाया है। जिससे फिजुलखर्ची पर लगाम लगाई जा सके। सामूहिक विवाह सम्मेलन जैसे आयोजनों से समाज में एकता और भाईचारा बढ़ता है। इसके साथ ही फिजूलखर्ची पर भी अंकुश लगता है। इसके साथ ही समाज को साथ लेकर चलना ही समाज के प्रतिनिधियों का पहला दायित्व होना चाहिए।
उन्होंने बताया कि सामूहिक बारात प्रातः 9 बजे सजकर विवाह स्थल पहुंची। इसके बाद थाम पूजन सुबह 11 बजे, बारात स्वागत सुबह 12 बजे, प्रीतिभोज 1.30 बजे सिंहाला एवं तोरण सुबह 1 बजे, वरमाला 1 बजे, पाणिग्रहण संस्कार (फेरे)मध्याह्न 1.30 बजे हुए । इसके पश्चात संस्थान की ओर से सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें नेताओं ,जनप्रतिनिधियों ,कार्यकर्ताओं समेत भामाशाहों का सम्मान किया गया । आशीर्वाद समारोह दोपहर 3 बजे आयोजित हुआ और वहीं शाम 4 बजे विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया।