जयपुर। अंग्रेजी नववर्ष की पूर्व संध्या पर शराब पीकर हुड़दंग मचाने की अंध परम्परा के विपरीत 31 दिसंबर को सैकड़ों स्थानों पर दूध पिलाकर नववर्ष का स्वागत किया जाएगा। इसकी तैयारियां जोरशोर से चल रही है। जगह-जगह दारू नहीं दूध से करें नववर्ष की शुरुआत के होर्डिंग और बैनर लगाए जा रहे हैं। हमेशा की तरह मुख्य आयोजन जेएलएन मार्ग पर राजस्थान विश्वविद्यालय के बाहर होगा। यहां इंडियन अस्थमा केयर सोसायटी, राजस्थान युवा छात्र संस्था और लोटस डेयरी के संयुक्त तत्वावधान में 31 दिसंबर की शाम छह से 12 बजे तक दूध पिलाया जाएगा। यहां लोटस डेयरी की ओर से गर्मागर्म दूध उपलब्ध करवाया जाएगा।
नए साल की पूर्व संध्या पर दूध पिलाने की परंपरा का श्रीगणेश करने वाले गांधीवादी समाजसेवी धर्मवीर कटेवा ने कहा कि एक बार फिर एक नया साल दस्तक दे रहा है। पुराने साल को अलविदा कहने का वक्त आ चुका है। इस नव वर्ष पर शराब ना पीने का संकल्प लें कि क्योंकि शराब बर्बाद करती है और दूध पुष्ट करता है। लोटस डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर आलोक कुमार मोदी ने बताया कि दूध जन्म से हमारे आहार में सम्मिलित है। यह पोषणता से भरपूर है, जबकि नशे की लत हम बाद में पालते है। इस नए साल के उपलक्ष्य में नशे की लत को छोड़ने का संकल्प ले।