जयपुर। हरमाड़ा थाना व डीएसटी जयपुर पश्चिम की संयुक्त टीमों ने कार्रवाई करते हुए हरियाणा, यूपी व राजस्थान के अभ्यस्त अपराधियों द्वारा हत्या के षड़यंत्र का पर्दाफाश कर 07 षड़यंत्रकारियों को हथियारो सहित गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पुलिस ने आरोपितों के पास से दो अवैध पिस्टल व जिंदा कारतूस बरामद किए है। पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि डीएसटी टीम पश्चिम को हरमाड़ा थाना इलाके में गैंग के तीन व्यक्तियों के होने की सूचना प्राप्त हुई । जिस पर पुलिस थाना हरमाड़ा की सहायता से हत्या के इरादे से घूम रहे उर्वेष मीणा निवासी ईमोदी मोहल्ला, अकबरपुर, श्रीमहावीर जी, करौली कुष अग्रवाल निवासी नौरंगाबाद, श्री महावीर जी करौली व आकाष बंजारा निवासी भोटवाड़ा, टोडाभीम, करौली को पकड़ लिया।
उनमें से उर्वेष मीणा के पास से एक अवैध देषी पिस्टल व आकाष बंजारा के पास चार जिंदा कारतूस बरामद किये। कुष अग्रवाल के पास से एक अवैध हथियार देषी कट्टा 315 बोर व 3 जिंदा कारतूस बरामद किया। अग्रिम कार्यवाही के दौरान आरोपी से पूछताछ की गई जिस पर पाया कि आरोपी द्वारा सुनियोजित षड़यंत्र के तहत हथियार लेकर हत्या करने के मनसूबे को अंजाम देना चाहते थे। आरोपी से पूछने पर हरियाणा और जयपुर के अन्य व्यक्तियों के बारे में बताया जो कि षड़यंत्र के अलग अलग हिस्सो में इनके भागीदार रहे है। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस टीमों ने त्वरित कार्यवाही करतें हुए योगेष निवासी कनेना जिला महेन्द्रगढ, हरियाणा, भूपेष अहीर निवासी गाॅव-कलवाड़ी पुलिस थाना कनेना जिला महेन्द्रगढ, हरियाणा, महेष यादव निवासी गाॅव-कलवाड़ी पुलिस थाना कनेना जिला महेन्द्रगढ, हरियाणा ,मंदीप निवासी गाॅव दोगड़ा जाट पुलिस थाना कनेना जिला महेन्द्रगढ हरियाणा, नवीन निवासी गाॅव दोगला जाट पुलिस थाना जिला महेन्द्रगढ हरियाण और कैलाष उर्फ विकास निवासी ग्राम घाटा पुलिस थाना कानौता जयपुर को गिरफ्तार किया गया। साथ ही पुलिस इनके अन्य साथियों की पहचान सुनिश्चित दबिश दी जायेगी। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि पूर्व में उदयपुर में रंजिश में बदले की नीयत से हथियार लिये घूम रहे पांच व्यक्तियों को 2 पिस्टल व पांच हथियारों उदयपुर पुलिस द्वारा सहित गिरफ्तार किया था जिसमें जयपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये आरोपियों में से एक आरोपी आकाश बंजारा था। उक्त षड़यंत्रकारियों में से आकाष व उर्वेष पूर्व में ही अलवर में आपसी रंजिष के चलते दीपक मीणा पूत्र धर्मसिंह मीणा की गला काटकर हत्या कर दी थी। जिसमें पुलिस थाना जीआरपी अलवर ने दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।