जयपुर। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित बाल सुधार गृह की खिड़की काटकर सोमवार अलसुबह भागे 23 बालअपचारियों में से 3 बाल अपचारियों को और पकड़ लिया गया है। अब तक पकड़े गए बालअपचारियों की संख्या 6 हो चुकी है। अब तक की जांच में सामने आया कि बाल अपचारियों के भागने की पूरी योजना में बालसुधार गृह प्रशासन की मिली भगत रही है। उनकी मिलीभगत से ही बालअपचारियों तक कटर मशीन पहुंचाई गई। इसके बाद टीवी चलाकर रोजाना थोड़ा-थोड़ा खिडकी को काटा गया। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व ज्ञानचंद यादव ने बताया कि पूरी वारदात को लॉरेंस गैंग के शूटर ने ही अंजाम दिया है। आरोपी की तलाश में बीकानेर सहित अन्य स्थानों पर दबिश दी जा रही है। तीन और बाल अपचारियों को जयपुर शहर से पकड़ लिया गया है। इनमें एक सोड़ाला, संजय सर्किल व एक को अन्य स्थान से पकड़ा गया है। खिड़की काटने के काम को पिछले दस दिन में अंजाम दिया गया है। फरार बाल अपचारियों में 8 पर दुष्कर्म और 13 पर हत्या के प्रयास का केस चल रहा है, जबकि एक पर हत्या का मुकदमा दर्ज है। इसमें केयर टेकर और क्राफ्ट टीचर इंदरमल, संविदा कर्मचारी दीपक मल्होत्रा, गार्ड लादूराम, मानसिंह को गिरफ्तार किया गया है। अब तक की जांच में सामने आया है कि सुधार गृह के वार्ड नंबर 1 में रहने वाले गैंगस्टर लॉरेंस के गुर्गे ने भागने की पूरी प्लानिंग की थी। जो जयपुर के जी क्लब पर फायरिंग के मामले में बंद है। लॉरेंस के गुर्गे को पकड़ने के लिए एक टीम हरियाणा भी भेजी गई है। अधीक्षक मनोज गहलोत, क्राफ्ट टीचर इंद्रमल सांवरिया को सस्पेंड कर दिया है।
डीसीपी पूर्व ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया है कि बैरक नम्बर 1 में जी क्लब पर फायरिंग करने वाला लड़का 5 नाबालिगों के साथ रहता था। करीब 15 दिन पहले से इन लोगों ने भागने की प्लानिंग बनाई। जो युवक पकड़े गए उन्होंने बताया कि वह दूसरी बैरक में रहते थे। प्लानिंग किस ने और कैसे बनाई इसकी उन्हें जानकारी नहीं हैं। एक नम्बर बैरक में रहने वाला कोई भी नाबालिग अभी तक पकड़ा नहीं गया है। वहीं, सिक्योरिटी गार्ड से भी पूछताछ की जा रही है।
बाल अधिकारिता विभाग के एडिशनल डायरेक्टर मुकेश मीणा ने बताया कि बाल सुधार गृह से लगातार बाल अपचारियों के भागने की घटनाएं सामने आने के बाद अब विभाग एक्शन में आ गया है। बाल सुधार गृह की सुरक्षा में 21 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। वहीं सुरक्षा में तैनात दोनों गार्डो को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस ने केयर टेकर लादूराम व मान सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।
एडिशनल डायरेक्टर मुकेश मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की 1 से 4 की गार्ड की ड्यूटी 24 घंटे यहां पर लगाई जाती हैं। जब बाल अपचारी भागे थे तो पुलिस का जाब्ता क्या कर रहा था। पुलिस की टीम ने क्यों एक्शन नहीं लिया। सुधार गृह में मौजूद पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी सुधार गृह के बाहर की व्यवस्था देखना थी। उन्होंने क्यों सुरक्षा में चूक की। जवाब मांगा जाना चाहिए।