जयपुर। दीपावली का त्यौहार है और ऐसे में मिठाइयों का जिक्र जुबान पर न हो,ऐसा कैसे हो सकता है? इस बीच धड़ल्ले से बिक रहीं मिलावटी मिठाइयों के खुलासे से शहरवासी सहमे हुए हैं। मिठाई में मिले खतरनाक फूड कलर, पाम ऑयल, नकली घी और घटिया तेल आपको अस्पताल पहुंचा सकते हैं। उल्टी दस्त, स्किन इन्फेक्शन, कॉन्स्टिपेशन, पाइल्स और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की वजह भी बन सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी,जयपुर द्वितीय डॉ. हंसराज भदालिया ने बताया कि मिलावट का ये कारोबार कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से चलाए जा रहे शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत अब तक हजारों लीटर नकली घी, तेल, फूड कलर, पनीर, मावा और मिठाई जब्त कर नष्ट कराई जा चुकी है। पिछले दिनों जयपुर में हुई कार्रवाई में एक मिठाई की दुकान पर छापा मारा गया था। यहां मिठाई को जब पानी में डाला गया तो काफी रंग निकला।
डॉ. हंसराज भदालिया ने बताया कि दीपावली पर तरह-तरह की मिलावट की जा रही है। पुराने बासी तेल खपाए जा रहे हैं। मिठाइयों में पुरानी चाशनी इस्तेमाल हो रही है। कभी भी मिठाई की चमक-दमक और उसके रंगों से आकर्षित होकर न खरीदें। मिठाइयों में चांदी के वर्क की जगह एल्युमीनियम का वर्क किया जा रहा है।
पिस्ते की मिठाइयों में मूंगफली की कटिंग कर उस पर हानिकारक फूड कलर और पाउडर का इस्तेमाल कर बाजारों में बेचा जा रहा है। लड्डू में काफी मात्रा में आर्टिफिशियल कलर का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं बाजार में मिलावट वाले मिठाइयों की पहचान करना थोड़ा मुश्किल है। इसे लैबोरेटरी में एक्सपर्ट ही चेक कर बता सकते है।
हालांकि कुछ बातों का ध्यान रखें तो गड़बड़ी की जानकारी मिल जाएगी। मिठाई को सूंघकर देखें। दूध की मिठाई से दूध की प्योर खुशबू आएगी। खुशबू अलग आ रही है तो इसका मतलब है कि वह पाम ऑयल, सिंथेटिक पाउडर से मिलकर बनी है।
डॉ. हंसराज भदालिया ने बताया कि ने दीपावली पर मिलावटी मिठाइयों व दूसरे खाद्य पदार्थों के कारण एक महीने तक मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। लीवर इन्फेक्शन के मरीज काफी संख्या में आते हैं। पाम ऑयल सेचुरेटेड है जो शरीर में एलडीएल लेवल को बढ़ाता है।