जयपुर। सिंधी कैंप थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए किराए पर ली गई टैक्सी कार लूटने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि पुलिस जेल में मिले तीन बदमाशों ने योजना के तहत किराए पर कार लेकर चालक को बंधक बनाया और फिर रुपए-मोबाइल छीनकर चलती कार से चालक को सीकर में रोड किनारे फेंक कार लूट ले गए थे। इनमें शामिल एक बदमाश सीकर के एक व्यवसायी से दो करोड़ रुपए की रंगदारी के मामले में फरार चल रहा है। पुलिस ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों की निशानदेही पर लूटी गई कार बरामद कर ली है। वहीं इस मामले में फरार साथी बदमाश की पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर ( पश्चिम) अमित कुमार ने बताया कि सिंधीकैम्प थाना पुलिस ने लूट मामले में आरोपी दीपक सिंह चौहान उर्फ बॉक्सर (22) निवासी रामगढ़ सेठान सीकर और सचिन सिंह (20) निवासी फतेहपुर कोतवाली सीकर को गिरफ्तार किया गया है। वहीं इस मामले में साथी बदमाश रविन्द्र सिंह उर्फ बिट्टू बढानिया फरार चल रहा है,जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर फतेहपुर सीकर से लूटी गई टैक्सी कार बरामद कर ली है।
पुलिस जानकारी में सामने आया है कि फरार बदमाश रविन्द्र सिंह उर्फ बिट्टू बढानिया जुलाई-2024 में जेल से बाहर आया था। अक्टूबर-2024 में फतेहपुर के बड़े व्यवसायी को जान से मारने की धमकी देकर बदमाश रविन्द्र सिंह ने दो करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी मांगने के मामले में फरारी के दौरान रविन्द्र सिंह ने अपने पूर्व केसवार सचिन और जेल में मिले दोस्त दीपक सिंह के साथ कार लूट की योजना की थी। लूट में शामिल तीनों बदमाशों के खिलाफ पूर्व में कई आपराधिक मामले दर्ज है।
थानाधिकारी किरण सिंह ने बताया कि मनोहरपुरा जगतपुरा निवासी अशोक कुमार वर्मा ने एक दिसम्बर को मामला दर्ज करवाया था कि वह अपनी स्विफ्ट डिजायर कार को किराए पर चलाता है और सिंधीकैम्प स्थित संतोष भोजनालय के पास अशोक अपनी कार लेकर खड़ा था। उसके पास आकर तीन युवकों ने सीकर के रानोली जिला सीकर चलने के लिए किराया पूछा।
ढाई हजार रुपए में तय होने पर तीनों युवक कार में बैठ गए। रास्ते में एक हजार रुपए का डीजल भरवाने के बाद कार रुकवाई। कार से उतरकर बदमाशों ने सीट के पीछे चालक अशोक को पटक लिया। सीकर के रानोली के पास उसकी जेब से छह हजार रुपए और मोबाइल निकालकर लिया। चलती कार से रोड किनारे फेंक कर बदमाश फरार हो गए। दो घंटे बाद होश आने पर जैसे-तैसे राहगीर की मदद लेकर पुलिस को लूट की सूचना दी।