जयपुर। चांदपोल बाजार के खजाने वालों का रास्ता स्थित बद्रीनाथ जी का मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में बुधवार को रूक्मणि विवाह, उद्धव प्रसंग, वेणुनाद की कथा पर प्रवचन हुए।
व्यासपीठ से डॉ. प्रशांत शर्मा ने कृष्ण और रुक्मणि विवाह प्रसंग का श्रद्धापूर्वक श्रवण करने से वैवाहिक जीवन मधुर बनता है। पति-पत्नी के दांपत्य जीवन में कटुता समाप्त होती है। वेणुनाद के प्रसंग में उन्होंने कहा कि बांस जब अपने आपको बढ़ई के हाथों में समर्पित कर देता है तो बांसुरी बन जाता है जो कि भगवान अधरों का रसपान करती है।
कथा आयोजक नंद किशोर शर्मा ने प्रारंभ में भागवत जी की आरती उतारी। धर्म प्रचारक विजय शंकर पांडेय ने बताया कि नौ मई को परीक्षित मोक्ष के साथ कथा का विश्राम होगा। दस मई को सुबह नौ बजे से पंच कुडीय गायत्री महायज्ञ होगा।