जयपुर। इंडस्ट्री का ट्रेंड बदल रहा है, अब जॉब रेडी नही फ्यूचर रेडी स्टूडेंट्स की मांग है। ये बात कही प्रसिद्ध उद्योगपति एवम जेके लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर हर्ष पति सिंघानिया ने। वे सोमवार को यूनिवर्सिटी में हरिशंकर सिंघानिया स्कूल ऑफ बिजनेस (एचएसबी) के पहले बैच के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे। प्रोडक्ट मैनेजमेंट में शुरू किए गए इस दो वर्षीय पूर्णकालिक एमबीए प्रोग्राम पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये प्रोग्राम टेक्नोलॉजी, यूजर और बिजनेस स्ट्रेटजी के बीच सेतुबंध का कार्य करती है। उन्होंने स्टूडेंट्स को जिज्ञासु होने के साथ ही सतत रूप से लर्निंग जारी रखने को कहा।
उन्होंने प्रत्येक स्टूडेंट्स से ग्लोबल सिटीजंस के लिए बेहतर तरीके से जिम्मेदारी निभाते हुए स्वयं मे लीडरशिप डेवलप करने को कहा। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो धीरज सांघी ने इन एचएसबी के बारे में विस्तृत जानकारी दी और वर्तमान में प्रोडक्ट मैनेजमेंट के स्कोप पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत में ये अपनी तरह का पहला कोर्स बताया। इस अवसर पर दिल्ली समेत देशभर से विभिन्न इंडस्ट्री के लोगो ने शिरकत की। कार्यक्रम में इस एमबीए प्रोग्राम के डीन . ग्रेगरी जे. डन ने भी संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम केवल उत्पाद प्रबंधन से परे जाता है , यह समझने के लिए कि कैसे नवीन उत्पाद प्रबंधन मौलिक रूप से व्यवसायों और समाजों को परिवर्तित कर सकता है,”।
मेंटरशिप कार्यक्रम है विशेषता एचएसबी की एक और विशेषता इसका मेंटरशिप कार्यक्रम है, जो छात्रों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों और अच्छी तरह से वित्त पोषित स्टार्टअप से अग्रणी उत्पाद नेताओं और शीर्ष कार्यकारियों से जोड़ता है। ये मेंटर, जो अपने क्षेत्रों में अग्रणी हैं, वे व्यक्तिगत मार्गदर्शन, एक शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देते हैं जो बेहद महत्वपूर्ण है। यह प्रारंभिक समूह की यात्रा उच्च शिक्षा में एचएसबी की प्रतिबद्धता को उत्कृष्टता और नवाचार के रूप में उदाहरणित करने के लिए सेट है। एमबीए कार्यक्रम के स्नातकों से उम्मीद की जाती है कि वे नवाचार के अग्रदूत के रूप में उभरेंगे, जो वैश्विक बाजारों में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए तैयार हैं।