जयपुर। एक महिला ने पूर्व आईजी यू एल छानवाल और उसके परिवार पर अत्याचार करने का आरोप लगाया है। महिला न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। पीड़ित ने पूर्व आईजी और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ बूंदी सदर और गांधी नगर थाने में मामले दर्ज करवा रखे है।
पीडि़ता ने पिंकसिटी प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि उसका पति जेल में विभाग में कार्यरत था। कोरोना के दौरान उनका देहांत हो गया था। पति के स्थान पर उसे उदयपुर में नौकरी पर लगाया गया। कुछ दिन बाद उसका ट्रांसफर जयपुर महिला जेल में हो गया। यहां पर उसकी मुलाकात तत्कालीन आईजी जेल यू एल छानवाल से हो गई। छानवाल ने उसे शादी का प्रस्ताव रखा। चूंकि छानवाल की भी पत्नी का देहांत हो चुका था तो उसने शादी के लिए हामी भर दी। 16 नवम्बर 22 को उसकी शादी छानवाल से हो गई। इसका रजिस्ट्रेशन बूंदी नगर निगम में करवाया गया। शादी के साल भर तक सब कुछ ठीक-ठाक चला। इसके बाद छानवाल के बेटे आशीष, बेटी पिंकी ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया और दो दिन तक उसे कमरे भी बंद रखा। 11 अगस्त 23 को उसे घर से बेदखल कर दिया गया। इस पर उसने बूंदी के सदर थाने में मामला दर्ज करवाया।
इस पर छानवाल ने उसे नौकरी से भी निकलवा दिया। इससे उसके सामने अपने बच्चों के लालन-पालन का सकंट खड़ा हो गया। पीडिता ने मीडिया के समक्ष उसे भरण-पोषण दिलाने साथ रहने के आवास की व्यवस्था की गुहार लगाई। आईजी छानवाल 31 जनवरी 23 को सेवा से रिटायर्ड हो गए।