जयपुर। भाद्रपद कृष्ण पक्ष की चतुर्थ तिथि गुरुवार को धृति योग में संकष्ट चतुर्थी मनाई गई। जिसमें विवाहित महिलाओं ने अखंड सौभाग्य और पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा। वैदिक पंचांग के अनुसार कजरी तीज व संकष्ट गणेश चतुर्थी का पर्व भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन मनाया जाता है। गुरुवार को तृतीया तिथि दोपहर 1 बजकर 46 मिनट तक रहीं। जिसके पश्चात चतुर्थी तिथि प्रारंभ हुई।
वहीं गुरुवार को संकष्ट चतुर्थी होने से महिलाएं पति की दीर्घायु, पुत्र और परिवार में सुख-समृद्धि के लिए निर्जला रहकर व्रत रखा । गोपालजी के रास्ते में स्थित चौथ माता मंदिर में दर्शनों के लिए अल सुबह से ही महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। गुरुवार रात को 8 बजकर 52 मिनट पर चंद्रोदय के पश्चात विवाहित महिलाओं ने अर्घ्य अर्पित कर व्रत खोला ।