जयपुर। सिंधी समाज की महिलाओं ने सावन मास में नाग पंचमी के अवसर पर शुक्रवार को गोगिड़ो वीर ( नाग देवता ) की पूजा कर गोगिड़ो पर्व मनाया ।शहर के झूलेलाल मंदिरों में महिलाएं छोटे छोटे समूहों में एकत्र हुईं और आटे के नाग देवता बना कर पूजा अर्चना की ।
तुलसी संगतानी ने बताया कि नाग देवता को ठंडे पकवानों मिठी रोटी ,भीगी दाल , दही बड़े ,मक्खन का भोग लगाया गया ।इससे पूर्व अखड़ी रोटी को घर के सभी सदस्यों ने आंखों से लगा कर श्रद्धा व्यक्त की ।पूजन के बाद घरों में ठंडे पकवानों का ही सेवन किया गया। समाज में नाग पंचमी के दिन तवे या कड़ाही पर भोजन बनाना निषेध माना जाता है।
मोहन जोदड़ो काल से ही सिंधी समाज रहा है प्रकृति प्रेमी
सिंधी समाज मोहन जोदड़ो काल से ही प्रकृति प्रेमी रहा है और नाग देवता को कृषि के अनुकूल मानते हुए पूजा करता रहा है। नाग पंचमी के अवसर पर कई श्रद्धालुओं ने सपेरों से नाग नागिन ले कर जंगलों में छोड़े, साथ ही शिव मंदिरों में शिव परिवार की पूजा अर्चना की गई ।ज्योतिष शास्त्र अनुसार काल सर्प योग वाले कुछ श्रद्धालुओं ने शिव मंदिर में चांदी के नाग नागिन के जोड़े अर्पित किए ।
11 अगस्त को मनाई जाएगी नन्ढी थदड़ी पर्व
रविवार 11 अगस्त को नन्ढी थदड़ी पर्व मनाया जाएगा । इस पर्व पर समाज की महिलाएं शीतला माता की पूजा करेंगी । इस दिन मां शीतला की आराधना कर ठंडे पकवानों का भोग लगाया जाएगा।एक दिन पूर्व घर आंगन ठंडे पकवानों की खुशबू से महक उठेंगे।